प्रधानाचार्य का संदेश

आज के इस भौतिक युग में बिना किसी तकनीकी/अभियंत्रण ज्ञान के कहीं भी नौकरी की गुंजाइश नही। सरकारी, अर्द्धसरकारी संस्थान हो अथवा प्राइवेट संस्थान कम-से-कम आइ०टी०आइ० के माध्यम से प्रशिक्षण आवश्यक है।

हमें प्रसन्नता हो रही है कि हमें समाज की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ। हमने यह बीड़ा उठाया है कि हम अपने तकनीकी / अभियंत्रण ज्ञान से समाज के हर तबके के बच्चों को ओत-प्रोत करें एवं समाज की इस आवश्यता की पूर्ण करने का प्रयास करें।

हमें इस बात की खुशी है कि अभी हम प्रतिपूर्ण विभिन्न व्यवसायों के माध्यम से कम-से-कम समाज के 150-200 बच्चों का प्रशिक्षण देने मे सफल हैं एवं प्रसायरत हैं कि हम और ज्यादा-से-ज्यादा बच्चों को प्रशिक्षण दें।

इस संदर्भ में हमें समाज के साथ प्रबंधन में सहयोग अपेक्षित है।

ई० ए० न० त्रिपाठी

बी० ई० (सिविल)

प्रधानाचार्य